उज्जैन। जिस तरह से कम तौल पूरा मौल का काम चलता है ठीक वैसे ही अस्पतालों में मरीजों,गर्भवती महिलाओं, प्रसुताओं के भोजन में भी ताकडी मार चल रहा है। संभाग के दो जिलों में इस तरह के मामले सामने आए हैं और दोनों ही जिलों में दो तरह की कार्रवाई को जिम्मेदारा अधिकारियों ने अंजाम दिया है। उज्जैन में 18 मई को आकस्मिक जांच में भी खाद्य सुरक्षा विभाग को गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री मिली थी । उसके बाद सीएमएचओं की जांच में शनिवार को भी यही हाल मिले हैं।
शनिवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला उज्जैन डॉ. अशोक कुमार पटेल व डॉ. संगीता पलसानिया, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक ने चरक भवन, जिला चिकित्सालय उज्जैन की भोजन शाला का निरीक्षण किया गया एवं मरीजों एवं गर्भवती महिलाओं को प्रदान की जाने वाले भोजन एवं नाश्ते का अवलोकन किया गया।
ये मिली स्थिति-
प्रसूताओ को प्रदान किये जाने वाले लड्डु गुणवत्तापूर्ण नही पाये गये, जिस पर गुणवत्तापूर्ण लड्डु का निर्माण करने एवं भविष्य में भी इसका ध्यान रखने हेतु निर्देश दिये गये। भोजन शाला में गुड़ भी खुले में रखा पाया गया जिसको उचित तरीके से रखने हेतु निर्देश दिये गये। दूध भी खुला रखा पाया गया जिसको ढक कर रखने एवं सांची कंपनी का दूध का वितरित करने हेतु निर्देश दिये गये।
अब प्रतिदिन जांच –
अस्पताल में भर्ती मरीजों व गर्भवती महिलाओं को समय पर निर्धारित डाईट प्रदान करने एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन निर्माण करने हेतु एवं भगवान सिंह को डाईट प्रतिदिन चैक करने हेतु निर्देश दिये गये। भोजन निर्माण मे स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखने एवं भोजन व नाश्ता प्राप्त करने मे मरीज व गर्भवती महिलाओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाये साथ ही शासन द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल व डाईट चार्ट अनुसार प्रत्येक मरीज व गर्भवती महिलाओं को डाईट उपलब्ध करवाई जाना सुनिश्चित करे। भोजन शाला के संचालन अथवा डाईट निर्माण व वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है तो कार्यवाही किये जाने हेतु हिदायत दी गई।
बडनगर में नए अस्पताल भवन कुछ माह में होगा शुरू-
सीएमएचओ डॉ. अशोक कुमार पटेल ने बताया कि, बड़नगर में नवनिर्मित सिविल अस्पताल का निर्माण 15 करोड़ की लागत से किया जा चूका है। फारलेन से अस्पताल में पहुंचने हेतु 700 मीटर के रोड़ के निर्माण किये जाने हेतु स्वीकृति प्राप्त होने के पश्चात टेण्डर भी किया जा चूका है। रोड़ निर्माण वाली एजेंसी द्वारा अवगत कराया गया कि, अविलम्ब रोड़ निर्माण कर कार्य प्रारंभ किया जायेंगा। रोड़ निर्माण के पश्चात सिविल अस्पताल बड़नगर का संचालन नव निर्मित नवीन भवन में आरंभ किया जायेगा।
मंदसौर में नियमों के उल्लंघन पर एफआईआर की चेतावनी-
मंदसौर के अस्पताल परिसर में श्री सिद्धि विनायक रेस्टोरेंट द्वारा संचालित केंटीन के खिलाफ गंभीर अनियमितताओं की शिकायतों पर अब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय ने सख्त रुख अपनाया है। कार्यालय द्वारा जारी पत्र क्रमांक /शिकायत/5113/2025 दिनांक 05 जून 2025 के अनुसार, केंटीन संचालन में नियमों की अनदेखी पाई गई है और वर्तमान संचालक को जवाबदेह ठहराते हुए स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। पूर्व में सीएमएचओ कार्यालय ने मौखिक निर्देश देते हुए संचालक को चेताया था कि वे टेंडर की शर्तों का पालन करें। इसके बावजूद, संचालन में अनियमितता निरंतर जारी रही। उल्लेखनीय है कि बड़े अस्पताल की कैंटीन का टेंडर मूल रूप से स्काई बुल सिक्योरिटी को स्वीकृत हुआ था। लेकिन, नियमों के खिलाफ जाकर कैंटीन का संचालन श्री सिद्धि विनायक रेस्टोरेंट को हस्तांतरित कर दिया गया, जो स्पष्टरूप से अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन है। ऐसी ही कई अनियमितताओं को लेकर एफआईआर की चेतावनी दी गई है।
18 मई को ये मिली थी स्थिति-
करीब एक माह पूर्व चरक अस्पताल की भोजन शाला में खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच की थी।
फुड सेफ्टी की टीम निरीक्षक बसंतदत्त शर्मा के साथ चरक भवन जिला अस्पताल स्थित निःशुल्क भोजनशाला जाँच करने पहुँची। किचन में साफ-सफाई का अभाव मिला था। मरीजों को दी जाने वाली रोटियाँ कच्ची थी। भोजन बनाने वाला स्टाफ भी ग्लब्स एवं अन्य सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर रहा था। इस पर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता में सुधार एवं सुरक्षा मानकों के पालन के निर्देश दिए गए । इसके साथ ही फूड सेंपल लेकर जांच के लिए भोपाल लेब भेजे गए थे। भोजन शाला संचालित करने वाली फर्म को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था।
-48 रूपए में दिन भर का भोजन
सुबह का नाश्ताः पोहा, उपमा या ब्रेड, दूध 250 एमएल 10 रुपए
सलादः एक कटोरी (50 ग्राम) 2 रुपए
रोटी: चार नग (120 ग्राम) 5 रुपए
हरी सब्जी: एक कटोरी (100 ग्राम) 5 रुपए
दालः एक कटोरी (30 ग्राम) 5 रुपए
नमकीन दलियाः एक कटोरी (100 ग्राम) 3 रुपए
